ढाका. शुक्रवार की रात ढाका के पॉश इलाके गुलशन डिप्लोमेटिक जोन की एक बेकरी में आतंकी हमले में मारी गई 19 साल की भारतीय लड़की तारुषि की आखिरी बातचीत की जानकारी मिली है. तारुषी ने अपने आखिरी फोन कॉल में कहा था, मैं बुरी तरह डरी हुई हूं. ‘मुझे पक्का भरोसा नहीं है कि मैं जिंदा बाहर निकल पाउंगी या नहीं’. रिपोर्ट के मुताबिक देर रात करीब डेढ़ बजे अपने रिश्तेदार से बात की और वहां के हालात की जानकारी दी. उसने अपने रिश्तेदार को बताया था कि फायरिंग चल रही है और चारों ओर अफरा-तफरी मची हुई है.
उस रात तारुषि ने फिरोजाबाद में अपने अंकल को फोन पर कहा था कि हेलो! अंकल, मैं यहां दोस्तों के साथ रेस्तरां में आई थी जहां आतंकवादियों ने हमला कर दिया है. यहां हर तरफ चीख पुकार मची है. गोलियां चल रही हैं… तारुषि ने अपने पिता को फोन करके बताया कि मैं और मेरे दोस्त टॉयलेट में छिपे हैं और बाहर फायरिंग चल रही है. वे हमें भी मार डालेंगे. ये कॉल उसका अंतिम था क्योंकि जब सुबह तारुषि को फोन किया गया तो उधर से किसी का जवाब नहीं आया.
तारुषि के चाचा राजीव जैन ने बताया, ‘तारुषि बांग्लादेश में रहती है. वह अपने दोस्तों के साथ कैफे गयी थी और उसे बंधक बना लिया गया. अभियान के बाद वह मृत मिली. वह 19 साल की थी. वह अमेरिका में पढाई कर रही थी और माता-पिता के साथ छुट्टियां बिताने ढाका आयी थी.’ अधिकारियों ने यहां बताया कि यूसी ब्रेकेली की छात्रा तारुषि छुट्टियों में आयी थी. उसके पिता पिछले 15-20 साल से बांग्लादेश में कपडे का व्यापार कर रहे हैं.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है आतंकवादियों ने तारुषि की हत्या कर दी है. ढाका आतंकवादी हमले में इस भारतीय युवती को बंधक बना लिया गया था.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसके पिता संजीव जैन से बात कर संवेदनाएं व्यक्त की हैं. इस दुखी की घडी में देश उनके साथ है.’
सुषमा ने ट्वीट किया, ‘हम परिवार के लिए वीजा का इंतजाम कर रहे हैं. मेरे अधिकारी इसमें लगे हुए हैं. हम तारुषि के चाचा राकेश जैन के साथ संपर्क में हैं.’ ढाका के उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक क्षेत्र में स्थित एक रेस्तरां पर हमला कर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने 20 विदेशियों की हत्या कर दी. इनमें तारुषि भी शामिल थी.
बता दें कि इन आतंकियों ने हमला बोलकर 40 लोगों को बंधक बना लिया था. जिसमें से 13 लोगों को छुड़ा लिया गया, जबकि एक भारतीय सहित 20 विदेशी नागरिकों की मौत हो गई. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने ली है. इस इस हमले में एक भारतीय लड़की सहित 20 विदेशी नागरिक मारे गए हैं.