इस्तांबुल. तुर्की में इस्तांबुल के अतातुर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मंगलवार रात सीरियल ब्लास्ट हुआ. इस ब्लास्ट में 36 लोगों की मौत हो गई और अन्य 60 लोग घायल हो गए. तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने बुधवार को इसके लिए आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को जिम्मेदार ठहराया. बिनाली ने एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमलों को तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया.
तुर्की के जस्टिस मिनिस्टर ने बताया कि एयरपोर्ट में तीन हमलावर घुसे थे. हमलावरों ने पहले सुरक्षाबलों पर एके-47 से हमला किया. इनमें से दो ने एंट्री गेट को निशाना बनाते हुए खुद को उड़ा लिया. घटना के बाद तुर्की के इस सबसे व्यस्त एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.
धमाके की जानकारी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियों ने एयरपोर्ट को घेर कर, लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया. किसी भी हमलावर के पकड़े जाने की खबर नहीं मिली है.
अमेरिका ने तुर्की में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि अतातुर्क एयरपोर्ट ब्रसेल्स एयरपोर्ट की तरह ही अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का प्रतीक है, जो हमें एक सूत्र में बांधता है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने मारे गए लोगों और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की है. अमेरिका ने कहा कि वह अपने सभी सहयोगियों संग तुर्की के साथ है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर इस्तांबुल धमाकों की कड़ी निंदा की है. प्रधानमंत्री ने इसे आमनवीय बताते हुए घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति सहानुभूति जताई है.