लंदन. ब्रिटेन की जनता गुरुवार को अपने जनमत संग्रह के जरिए यह तय करेगी कि उसे यूरोपियन यूनियन संघ का हिस्सा बना रहना चाहिए या फिर बाहर हो जाना चाहिए. रिपोर्ट्स के अनुसार मतदान केंद्र ब्रिटिश स्टैंडर्ड टाइम के हिसाब से सुबह सात बजे से रात दस बजे तक खुले रहेंगे. मतदान के नतीजे शुक्रवार को घोषित किए जाएंगे. बता दें कि 28 देशों वाले ईयू से पहली बार कोई देश अलग होने की कगार पर है और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के कार्यकाल में इस तरह का यह दूसरा जनमत संग्रह है.
RBI ने किया अलर्ट
जनमत संग्रह से पहले शेयर बाजारों, बॉन्ड और रुपये में उठा-पटक के बीच रिजर्व बैंक ने वित्तीय बाजार में स्थिति सामान्य बनाये रखने के लिये नकदी समर्थन समेत सभी जरूरी कदम उठाये जाने का वादा किया. रिजर्व बैंक ने कहा कि वह ब्रिटेन में ब्रेक्जिट जनमत संग्रह के नतीजे को लेकर अनिश्चितता को देखते हुए स्थिति पर ‘पैनी नजर’ रखे हुए है. जनमत संग्रह के नतीजे से भारत समेत वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल की आशंका व्यक्त की जा रही है.
मतदान में यह पूछा गया सवाल
मतदान के दौरान जनमत संग्रह में पूछा गया सवाल है कि क्या यूनाइटेड किंगडम को यूरोपीय संघ का सदस्य रहना चाहिए या यूरोपीय यूनियन को छोड़ देना चाहिए. जिसे भी पक्ष को कुल मतों में से आधे से ज़्यादा मत मिलेंगे, उसकी जीत मानी जाएगी. जिसके बाद मुख्य मतगणना अधिकारी मेनचेस्टर टाऊन हॉल से अंतिम नतीजों का ऐलान करेंगे.
कैमरन ने किया था वादा
साल 2015 के चुनावों के दौरान कैमरन ने ब्रिटेन का ईयू से बाहर निकलने को लेकर साल 2017 खत्म होने से पहले जनमत संग्रह कराने का वादा किया था. कैमरन ने लोगों से ईयू में बने रहने के पक्ष में वोट करने की अपील की है, जबकि अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि ब्रिटेन का ईयू से बाहर होना एक बेहतर कदम होगा.
मत पर 2 टुकड़ों में बंट चुका है ब्रिटेन
ईयू में बने रहने को लेकर ब्रिटेन दो टुकड़ों में बंट चुका है. एक ओर जो लोग यह चाहते हैं कि ब्रिटेन को ईयू से बाहर हो जाना चाहिए उनका मानना है कि कि अगर ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन से अलग हो जाता है तो देश की सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी. वहीं दूसरी ओर लोगों का यह मानना है कि ब्रिटेन का यूरोपियन यूनियन से अलग होना देश के लिए बड़ा झटका होगा. इसलिए उनका देश ईयू का हिस्सा बना रहे.