काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक आत्मघाती हमलावर ने सोमवार सुबह एक मिनी बस पर हमला कर दिया. मिलिट्री बस को निशाना बनाकर किए गए धमाके में कम से कम 20 से ज्यादा लोगों के मौत और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. वहीं तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है. यह जानकारी पुलिस ने दी है.
पुलिस के अनुसार, हमलावर पैदल ही आया था. ये बस यात्री ‘एक विदेशी कंपाउंड के कर्मचारी थे’.बस में नेपाली सुरक्षाकर्मी सवार थे. मृतकों का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है. पुलिस ने बताया कि कि घायलों में चार अफगान नागरिक शामिल हैं. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने हमले की जिम्मेदारी ली है. तालिबानी चरमपंथियों ने सरकारी कर्मचारियों और अफगान सुरक्षा बलों पर देशभर में हमले तेज कर दिए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबुल में हुई इस वारदात पर संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “काबुल में हुई भयावह त्रासदी कि हम कड़ी निंदा करते हैं. मासूम जानों के नुकसान पर हमारी गहरी संवेदना जनता और अफगानिस्तान व नेपाल की सरकारों के साथ है.” एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा, “त्रासदी की इस घड़ी में नेपाल सरकार को सभी प्रकार की मदद देने के लिए हम कदम उठा रहे हैं.”
बीते छह जून से रमजान का पाक महीना शुरू होने के बाद से यह काबुल में पहला हमला है. अफगान राजधानी में पिछला हमला 19 अप्रैल को हुआ था, जिसमें 64 लोग मारे गए थे और 340 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. उस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी. साल 2001 के अंत में अमेरिकी नेतृत्व में तालिबान को सत्ता से हटाए जाने के बाद से ही वह पश्चिमी देशों के समर्थन वाली काबुल सरकार के खिलाफ बगावत छेड़े हुए हैं.