1993 में मुंबई में हुए धमाकों में भारत के मोस्ट वांटेड दाउद इब्राहिम के काफी करीबी माने जाने वाले जबीर मोती को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है. जबीर मोती दाउद इब्राहिम के सारी काली करतूतों का लेखा-जोखा रखता था. जबीर की गिरफ्तारी से भारत के लिए बड़ी कामयाबी है.
नई दिल्लीः अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के एक सहयोगी जबीर मोती को लंदन में हिरासत में ले लिया गया है. मीडियाय रिपोर्ट्स की मानें को जबीर मोती को ब्रिटेन की सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में लिया है. दाउद इब्राहिम के करीबी जबीर की गिरफ्तारी भारत के लिए बड़ी कामयाबी है. खबरों की मानें को भारत ने जबीर मोती की गिरफ्तारी की मांग की थी. आपको बता दें कि जबीर मोती मूलरूप से पाकिस्तान का रहने वाला है. साथ ही ऐसा माना जाता है कि जबीर डी-कंपनी के आर्थिक मामलों का इंचार्ज है.
जबीर मोती की गिरफ्तारी लंदन के हिल्टन होटल से हुई है ये दाउद इब्राहिम के काले चिट्ठे का हिसाब-किताब रखता था. बता दें कि 10 साल के वीजा पर ब्रिटेन में रह रहे जबीर मोती और दाउद की पत्नी महजबीन, बेटी महरीन और दामाद जुनैद के बीच वित्तीय लेन देन की जांच के बाद जबीर को लंदन में हिरासत में लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जबीर पाकिस्तान, यूके, यूरोप और मिडिल ईस्ट, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में दाउद का काम संभालता है.
सूत्रों की माने तो इन देशों में होने वाले व्यवसायों की कमाई और गैर कानूनी गतिविधियों से होने वाली कमाई का उपयोग भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए होता था. ऐसा माना जाता है कि दाउद के परिवार को यूके शिफ्त कराने में उसके सहयोगी जबीर मोती की बड़ी भूमिका है. बताते चलें कि 1993 में मुंबई में हुए धमाकों में दाउद भारत का मोस्ट वांटेड है. देश की आर्थिक राजधानी में हुए धमाकों में करीब 250 लोगों की जान चली गई थी.
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