नई दिल्ली, 198 Year Old Russian Oak Tree: यूरोपियन ट्री ऑफ द ईयर की शुरुआत साल 2011 में की गई थी. इस प्रतियोगिता को शुरू करने का उद्देश्य ऐतिहासिक पेड़ों की मौजूदगी को सेलिब्रेट करना था.
रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को आज 32 दिन बीत चुके हैं. एक महीने से चल रहे युद्ध में लगभग यूक्रेन के सभी बड़े शहर बर्बाद हो चुके हैं. इस जंग की दौरान इंसान सजा तो भुगत ही रहा है लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अब एक पेड़ को भी सजा भुगतनी पड़ रही है. दरअसल 198 साल पुरानी एक प्रसिद्ध रूसी ओक के पड़े को यूरोपियन ट्री ऑफ द ईयर (European Tree of the Year) प्रतियोगिता में एंट्री लेने पर बैन कर दिया गया है और बैन करने की वजह रूस द्वारा यूक्रेन पर किये जा रहे हमले को बताया जा गया है.
लगभग 200 साल पहले इस पेड़ को उपन्यासकार इवान तुर्गनेव (Ivan Turgenev) ने बड़े प्यार से लगाया था. लेकिन इसे ब्रसेल्स में एक पैनल ने प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले ही अयोग्य घोषित कर दिया था, पैनल का यह कहना है कि ऐसा रुख रूस का यूक्रेन के प्रति आक्रामक रवैया मुताबिक को देखते हुए किया जा रहा है.
यह बात जान लें कि इस प्रतियोगिता में पहले स्थान पर पोलैंड के बियालोविजा जंगल में 400 साल पुराना ओक का पेड़ रहा है. वहीं दूसरे स्थान पर स्पेन के सैंटियागो डे कंपोस्टेला क्षेत्र में 250 साल पुराना ओक पेड़ रहा है, साथ ही तीसरा स्थान पुर्तगाल के एक गांव वेले डो पेरेइरो में 250 साल पुराने कॉर्क ओक के पेड़ को मिला है.
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