फ्लोरिडा. अमरीकी राज्य फ्लोरिडा के ऑरलैंडो शहर में 9/11 के बाद का सबसे बड़ी हमला हुआ है. एक नाइट क्लब में शनिवार को हुई गोलीबारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है. राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गोलीबारी की इस घटना को ‘दर्जनों बेगुनाह लोगों का भीषण नरसंहार’ करार दिया है. व्हाइट हाउस से जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि शूटिंग की ये घटना आतंक की कार्रवाई है, नफ़रत की कार्रवाई है. उन्होंने कहा कि अभी तक हत्यारे के मंसूबे के बारे में साफ़ तौर पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है. शहर के मेयर बडी डायर ने बताया कि फ़्लोरिडा में इमरजेंसी लागू कर दी गई है.
ऑरलैंडो के मेयर के अनुसार गोलीबारी में 50 लोगों की मौत हुई है और 50 से ज़्यादा लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. पुलिस के मुताबिक हमलावर की नाइट क्लब के अंदर मौत हो गई है. पुलिस के अनुसार हमलावर के पास एक असॉल्ट राइफल और एक हैंडगन थी. हमलावर ने कुछ लोगों को बंधक भी बना लिया था. पुलिस के मुताबिक हमलावर का नाम उमर मतीन है जो अमरीकी नागरिक है.
अमरीकी टीवी नेटवर्क एनबीसी न्यूज़ के मुताबिक़ मतीन ने गोलीबारी से पहले इमरजेंसी हेल्पलाइन को फ़ोन किया था और इस्लामिक स्टेट जुड़े होने की बात कही थी. एफ़बीआई ने पुष्टि की है कि उमर मतीन ने हमले से पहले इमरजेंसी नंबर 911 पर कॉल किया था और इस्लामिक स्टेट नामक चरमपंथी संगठन से जुड़े होने की बात की थी.
एजेंसी ने ये भी कहा है कि पिछले तीन साल में एफ़बीआई ने संभावित चरमपंथी संपर्क को लेकर तीन बार मतीन का इंटरव्यू किया था. एफ़बीआई एजेंट रोनाल्ड हॉपर ने कहा कि एजेंसी को पहली बार मतीन के बारे में साल 2013 में पता चला था जब उन्होंने अपने सहकर्मियों के ख़िलाफ़ भड़काऊ बयान दिया था और चरमपंथियों के साथ संबंध होने का दावा किया था.