वाशिंगटन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका की उनकी यात्रा के दौरान बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. बता दें कि मोदी ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मंगलवार को यानी 7 जून को मुलाकात की. अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
इस दौरान पीएम ने पीएम मोदी ने NSG और MTCR में समर्थन के लिए ओबामा को धन्यवाद दिया. पीएम ने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और गरीबी उन्मूलन के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे. साझा बयान के मुताबिक, दोनों देश साइबर सुरक्षा पर साथ काम करेंगे. बैठक में परमाणु सहयोग पर भी चर्चा हुई.
ओबामा ने क्या कहा?
मेरे दोस्त नरेंद्र मोदी का ओवल ऑफिस में स्वागत करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है. हम न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप का हिस्सा बनने के लिए भारत का सपोर्ट करते हैं. हमने न्यूक्लियर मैटेरियल और टेक्नोलॉजी के प्रसार को रोकने के मुद्दे पर भी बातचीत की. मोदी की नेतृत्व ने न केवल भारतीयों में, बल्कि अमेरिकन्स में भी नया एक्साइटमेंट पैदा किया है.
स्पीकर के न्योते पर गए हैं अमेरिका
अमेरिकी प्रतिनिधिसभा के स्पीकर पॉल रायन ने अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का प्रधानमंत्री मोदी को न्योता दिया था. बयान में कहा गया है कि यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से भी मिलेंगे.
ऐसा करने वाले छठे प्रधानमंत्री
इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (19 जुलाई, 2005), अटल बिहारी वाजपेयी (14 सितंबर, 2000), पी वी नरसिंह राव (18 मई, 1994) और राजीव गांधी (13 जुलाई, 1985) अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं. फ्रांस के मरकिस डि लाफायेटे के साथ कांग्रेस में विदेशी नेताओं और मेहमानों के संबोधन की परंपरा शुरू हुई, जिन्होंने 10 दिसंबर, 1824 को हाउस चैंबर को संबोधित किया था. पीएम बनने के बाद से मोदी की यह चौथी अमेरिकी यात्रा होगी. पहली यात्रा उन्होंने अक्टूबर 2014, दूसरी 2015 और तीसरी यात्रा अप्रैल 2016 में परमाणु सम्मेलन में शामिल होने के लिए की थी.