न्यूयॉर्क. अमेरिका की वेस्टर्न केंटकी यूनिवर्सिटी ने 25 भारतीय छात्रों को नकारा बताकर विश्वविद्यालय से निकाल दिया है. इन छात्रों ने इसी साल कम्प्यूटर साइंस प्रोग्राम में दाखिला लिया था. यूनिवर्सिटी ने इन छात्रों पर दाखिला प्रक्रिया के मानकों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया है.
बता दें कि इसी साल केंटकी यूनिवर्सिटी में 60 भारतीय छात्रों को कंप्यूटर साइंस में दाखिला मिला था. वेस्टर्न केंटकी यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस प्रोग्राम के अध्यक्ष जेम्स गैरी ने कहा कि करीब 40 छात्र उनके प्रवेश मानकों पर खरे नहीं उतरे, जबकि यूनिवर्सिटी की ओर से उन्हें मदद भी उपलब्ध कराई गई थी.
रिपोर्ट्स के अनुसार 60 में से 35 छात्रों का एडमिशन में कोई गड़बड़ी है और वो यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करेंगे जबकि 25 छात्र को कैंपस छोड़ना पड़ेगा. गैरी की मानें तो इन 25 छात्रों को प्रोग्राम में बनाए रखना एक गलती के बाद दूसरी गलती करने जैसा होगा, क्योंकि वे कम्प्यूटर प्रोग्राम तक नहीं लिख सकते. जो उनके पाठ्यक्रम का बेहद जरूरी हिस्सा है. इन छात्रों का दाखिला भारत में एक प्रवेश अभियान चलाकर किया गया था. जिसके तहत चयनकर्ताओं ने विज्ञापनों में ‘स्पॉट एडमिशन’ तथा फीस में छूट की पेशकश भी दी थी.