नई दिल्ली. नौ हजार करोड़ रूपए लेकर भारत से फरार हुए माल्या ब्रिटेन में मौज कर रहे हैं. हाल हीं में माल्या का एक वीडियो सामने आया है जिसमें मल्या अपने बेटे सिद्दार्थ के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर (RCB) की जीत की खुशी मनाते दिखाई दे रहे है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत और ब्रिटेन के बीच हुई प्रत्यापर्ण संधी से माल्या को भारत लाने में दस साल तक का समय लग सकता है.
देश के बैंकों को आर्थिक संकट में डालकर देश से भाग निकले विजय माल्या को ब्रिटेन से प्रत्यापर्ण करना आसान नहीं है. माल्या को भारत लाने में सबसे बड़ी बाधा भारत ब्रिटेन प्रत्यापण संधी 1993 की धारा नौ हैं. जिसमें माल्या के यह कहना कि उसे भारत सरकार परेशान करना चाहती है इसीलिए उसे मांगा जा रहा है .इस पर सरकार को साबित करना होगा कि माल्या को सरकार किसी तरह से परेशान करने के लिए नहीं बल्कि कानून के तहत ले रही है.
इसके लिए भारत सरकार को ब्रिटेन में अदालती प्रक्रिया से गुजरना होगा. यह कानूनी प्रकिया भारत की तरह निचली अदालत से शुरू होकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगी. इस प्रकिया में काफी समय लगने की संभावना बताई जा रही है.
इसी के साथ माल्या के पास ब्रिटेन में रेजिडेंट वीजा होने की वजह से भी भारत में लाना आसान नहीं होगा और माल्या के पास यह वीजा ब्रिटेन 1992 से है जब भारत और ब्रिटेन के बीच किसी तरह की संधी नहीं हुई थी. वहीं ब्रिटिश कानून के मुताबिक पासपोर्ट की आवश्यकता देश में आने के लिए मानी जाती है देश में रहने के नियम ब्रिटेन में अलग है इसी खामियों के चलते अभी तक ललित मोदी को भी भारत नहीं लाया जा सका है.