अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन का एक ओर बयान सामने आया है. इस बार उन्होंने कहा है कि उनके आसपास पहले से काफी बारूद फैला है, जिससे उन्हें निपटना है और वे इसमें और इजाफा नहीं चाहते हैं. उन्होंने यह बात लंदन के शिकागो बूथ स्कूल में एक चर्चा के दौरान कही.
लंदन. अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन का एक ओर बयान सामने आया है. इस बार उन्होंने कहा है कि उनके आसपास पहले से काफी बारूद फैला है, जिससे उन्हें निपटना है और वे इसमें और इजाफा नहीं चाहते हैं. उन्होंने यह बात लंदन के शिकागो बूथ स्कूल में एक चर्चा के दौरान कही.
यहां पर राजन से ‘ब्रिग्जट’ के बारे में पूछा गया. इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने आस-पास और बारूद नहीं चाहते. बता दें कि जून में ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन से बाहर निकाला जा सकता है और इसी घटना को ‘ब्रिग्जिट’ नाम दिया गया है.
स्वामी ने किया था तीखा हमला
बता दें कि राजन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब सत्ताधारी बीजेपी के एक बड़े नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने तीन दिन पहले राजन पर तीखा हमला किया था और कहा था कि उनके द्वारा ब्याज दर बढ़ाने से उद्योगों पर बुरा असर पड़ा और देश में बेरोजगारी बढ़ी है. स्वामी ने उन्हें वापस शिकागो भेजने तक की बात तक कह दी थी.
इससे पहले भी दे चुके हैं बयान
यह पहला मौका नहीं है जब राजन ने इस तरह की टिप्पणी की हो. इससे पहले भी उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को अंधों में काना राजा बताया था, जिसको लेकर काफी विवाद हुआ. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि अगर 7.5 फीसदी की ग्रोथ किसी और देश में होती तो वहां जश्न मनाया जाता है.
असहिष्णुता पर भी दिया था बयान
इसके अलावा उन्होंने असहिष्णुता पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि भारत की सहिष्णुता, बहस और खुलेपन की परंपरा ही हमारी सफलता की नींव है.