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पुतिन की गुमशुदगी की अफवाह का बाज़ार गर्म

पुतिन कहां हैं? मॉस्को और पूरे रूस में आजकल यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल हफ्ते भर से ज्यादा समय से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जनता के सामने नहीं आए हैं. उनके लापता होने को लेकर यह चर्चा तब गर्म हुई, जब पुतिन ने अचानक से कजाखस्तान की यात्रा रद्द कर दी और एक अन्य देश के प्रतिनिधियों के साथ किसी संधि को लेकर होने वाली मीटिंग भी टाल दी. असामान्य बात यह रही कि वह रूस की आंतरिक इंटेलिजेंस सर्विस एफएसबी के टॉप अधिकारियों की सालाना बैठक से भी वह गायब रहे.

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  • March 15, 2015 5:14 am Asia/KolkataIST, Updated 10 years ago

मास्को. पुतिन कहां हैं? मॉस्को और पूरे रूस में आजकल यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल हफ्ते भर से ज्यादा समय से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जनता के सामने नहीं आए हैं. उनके लापता होने को लेकर यह चर्चा तब गर्म हुई, जब पुतिन ने अचानक से कजाखस्तान की यात्रा रद्द कर दी और एक अन्य देश के प्रतिनिधियों के साथ किसी संधि को लेकर होने वाली मीटिंग भी टाल दी. असामान्य बात यह रही कि वह रूस की आंतरिक इंटेलिजेंस सर्विस एफएसबी के टॉप अधिकारियों की सालाना बैठक से भी वह गायब रहे.

पुतिन की गैरमौजूदगी के बारे में अब अफवाहों का बाजार गर्म होने लगा है. कुछ लोग सामान्य सी कहानियां गढ़ रहे हैं तो कुछ लोग आशंकाएं भी जता रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि वह मॉस्को में फैले फ्लू की चपेट में आ गए हैं, तो वहीं कुछ कह रहे हैं कि वह अपनी प्रेमिका के बच्चे के जन्म के लिए छुप-छुपाकर से स्विट्ज़रलैंड निकल गए हैं, कुछ कह रहे हैं कि वह स्ट्रोक के शिकार हुए हैं और कुछ का मानना है कि तख्तापलट करके उन्हें क्रेमलिन के अंदर ही बंधक बना लिया गया है तो कुछ का कहना है कि 62 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है.

इन सब अफवाहों के बीच राष्ट्रपति के प्रवक्ता दमित्रि एस. पेश्कोव ने पुतिन की गौरमौजूदगी को लेकर लगाई जा रही अटकलों को हंसी में टाल दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा, ‘वह ठीक हैं.’ गौरतलब है कि इससे पहले पुतिन साल 2000 में कर्स्क पनडुब्बी के डूबने के बाद कुछ दिनों के लिए ‘लापता’ हो गए थे. इसके ठीक दो साल बाद जब आतंकियों ने मॉस्को में एक थिएटर पर कब्जा कर लिया था, तब भी वह जनता के सामने नहीं आए थे. इन दोनों घटनाओं से उनकी नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठे थे, मगर इसके बाद वह हर मौके पर जनता के सामने रहे हैं. अब हर कोई सोमवार का इंतजार कर रहा है, जब पुतिन को पहले से तय कार्यक्रम के तहत किर्गिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात करनी है.

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