ढाका. बांग्लादेश ने कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख मोतिउर रहमान निजामी को फांसी देने की तैयारी कर ली है. निजामी 1971 में पाकिस्तान के विरुद्ध मुक्ति संग्राम के दौरान युद्ध अपराध के दोषी हैं. शीर्ष अदालत ने निजामी की मृत्यु की सजा को बरकरार रखते हुए आज यह आदेश दिया है.
काशिमपुरा जेल के एक अधिकरी ने संवाददाताओं को इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि दोषी को फांसी देने का आदेश मिला है.
अटार्नी जनरल महबूबी आलम ने कहा है कि निजामी के पास उच्चतम न्यायालय में फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए अभी 15 दिनों का वक्त है. अगर वह चाहे तो इसका इस्तेमाल कर सकता है.
महबूबी ने यह भी कहा कि हालांकि युद्ध मामलों के अपराधों पर पुनर्विचार की गुंजाइश बहुत कम होती है. अगर दोषी व्यक्ति द्वारा समय के अंदर याचिका दायर करने के बाद भी अदालत उसे खारिज कर देती है तो इस फैसले पर किसी भी समय अमल किया जा सकता है.
बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण आईसीटीबीडी द्वारा 29 अक्टूबर 2014 को निजामी को सबसे पहले मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी.