इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने भारत से कहा है कि वह 26 नवंबर 2008 के मुंबई हमले के गवाहों को एंटी टेररिज्म कोर्ट के सामने पेश होने के लिए पाकिस्तान भेजें. पाक के विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार को इस मामले में एक चिट्ठी लिखी है.
मंत्रालय का कहना है कि हमले की सुनवाई कर रही अदालत ने पाकिस्तान के सभी गवाहों के बयान ले चुकी है. अब भरत के तरफ से बयान रिकॉर्ड करना बाकी है. जिसके लिए सभी 24 गवाहों का पाकिस्तान आना जरूरी है.
पाकिस्तान फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) के प्रमुख चौधरी अजहर ने कहा, ‘अब गेंद भारत के पाले में है. मामले पर सुनवाई आगे बढ़ाने के लिए अब भारत को सभी 24 गवाहों को पाकिस्तान भेजना चाहिए. ताकि एंटी टेररिज्म कोर्ट दोनों पक्षों के बयान दायर कर सके’.
बता दें कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे और 9 आतंकवादी भी मारे गए थे. एक चरमपंथी अजमल कसाब को पकड़ा गया था जिसे बाद में फांसी की सजा दी गई. हमले का मास्टरमाइंड आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी है. पिछले छह साल से अधिक समय से पाकिस्तान में इस मामले पर सुनवाई चल रही है.