नई दिल्ली। इंसान की अमीर बनने की चाहत कभी खत्म नहीं होती, भले ही उसकी कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़े. इसके लिए आदमी कोई भी जोखिम उठाने को तैयार रहता है. इस संबंध में महिलाओं और पुरुषों की स्थिति समान है. जब महिलाओं की बात आती है, तो गोल्ड या सोने ने हमेशा महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है. इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के मेंडलिंग नेटाल जिले में स्थित एक छोटे से गांव में एक अवैध सोने की खदान में शुक्रवार को यहां करीब 12 महिलाओं की मौत हो गई.
स्थानीय पुलिस प्रमुख राजागुकगुक के अनुसार, खदानों में भूस्खलन की चपेट में दो महिलाओं के आने की खबर है. जानकारी के मुताबिक यह खदान अवैध है और जिस समय यह हादसा हुआ, उस वक्त ये महिलाएं खदान के मुहाने पर बने दो मीटर गहरे गड्ढे में उतर रही थीं. उसी समय उन पर कई टन मिट्टी गिर गई. इस हादसे में तुरंत 12 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि दो को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने जारी किया सर्च अभियान
सूचना मिलते ही पुलिस ने यहां तलाशी अभियान शुरू कर दिया. स्थानीय पुलिस के मुताबिक सोने के इच्छुक लोगों को यह जगह अक्सर अपनी ओर आकर्षित करती है. ये लोग बिना किसी सुरक्षा उपाय के खदान के अंदर जाने की कोशिश करते हैं. यहां ऐसा करने का एक बड़ा कारण यहां की गरीबी भी है. यहां रहने वाले सैकड़ों मजदूर अपनी जान से खेलकर यह काम करते हैं. सोने की तलाश में यहां आने वाले लोग भी इस खदान के गिरने या भूस्खलन के खतरे से अच्छी तरह वाकिफ हैं.
इसके अलावा इन लोगों के सामने और भी कई खतरे हैं. ये लोग खदान से निकाली गई मिट्टी से सोना निकालने के लिए और भी कई खतरे उठाते हैं. इसकी सफाई में जानलेवा पारा और सायनाइड का भी बिना किसी सुरक्षा का प्रयोग किया जाता है. गौरतलब है कि आखिरी बड़ा खनन हादसा इंडोनेशिया में फरवरी 2019 में हुआ था. उस समय अवैध खदान के ऊपर बना एक अस्थायी ढांचा ढह गया था, जिससे 40 लोगों की मौत हो गई थी.
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