रियाद. सऊदी अरब में प्रमुख शिया धर्मगुरु निम्र अल-निम्र सहित 47 लोगों को आतंकवाद के आरोपों में फांसी पर चढ़ा दिया गया है. शिया नेता निम्र 2011 के अरब क्रांति से प्रभावित होकर राज्य में प्रदर्शन करने वाला मुख्य व्यक्ति था. शिया नेता की मौत के बाद सऊदी अरब के शिया अल्पसंख्यकों में रोष फैल सकता है.
‘मारे गए अधिकांश लोग सऊदी’
सऊदी अरब मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि फांसी पर लटाकाए गए लोगों में अधिकांश सऊदी नागरिक हैं और वे 2003-06 के बीच अल कायदा द्वारा किए गए सिलसिलेवार हमलों में शामिल थे. मौलवी निम्र अल-निम्र 2011 में भड़के सरकार विरोधी प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार था. मंत्रालय ने कहा कि देश और जनता के प्रति किसी भी तरह के हमले के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.
मौलवी को सजा से ईरान खफा, दी सऊदी को चेतावनी
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ईरान ने सख्त लहजे में कहा है ‘सऊदी को इसकी कीमत चुकानी होगी.’ वहीं ईरान के ही एक मौलवी ने भविष्यवाणी की है कि निम्र की हत्या के बाद सऊदी का पतन तय है.
कौन थे शेख निम्र?
शिया नेता निम्र 2011 के अरब क्रांति से प्रभावित होकर राज्य में प्रदर्शन करने वाले मुख्य व्यक्ति थे. शेख निम्र को अक्टूबर, 2014 में मौत की सजा सुनाई गई थी.