लाहौर. पीएम नरेंद्र मोदी ने अचानक पाकिस्तान पहुंचकर जो खलबली मचाई है वो उनकी डिप्लोमेसी का मास्टरस्ट्रोक है. मोदी ने सुबह पाकिस्तानी पीएम नवाज़ शरीफ़ को जब बर्थडे विश किया तो नवाज़ ने उन्हें नातिन के निकाह का न्योता दिया और मोदी उसे कबूल करके काबुल से दिल्ली के रास्ते में लाहौर पहुंच गए.
मोदी रूस दौरा खत्म करके मॉस्को से सुबह काबुल पहुंचे थे जहां उन्होंने अफगानिस्तान की संसद के नए भवन का उद्घान किया. सूत्रों के मुताबिक मोदी ने सुबह काबुल से नवाज़ को उनके 65वें जन्मदिन की बधाई दी तो नवाज़ ने उन्हें बताया कि वो बेटी मरयम नवाज़ की बेटी की शादी के लिए अपने घर रायविंड आए हुए हैं.
डिप्लोमेसी में मोदी जैसा मास्टरस्ट्रोक कम ही देखने को मिलता है
सूत्रों का कहना है कि नवाज़ से बातचीत के दौरान मोदी ने काबुल से दिल्ली जाने की बात कही तो नवाज़ ने कहा कि अगर मोदी उनकी नातिन की शादी में होते हुए दिल्ली जाएं तो बढ़िया मैसेज जाएगा. मोदी ने भी गर्मजोशी दिखाते हुए कहा कि अब तो वो नातिन की शादी में शिरकत करते हुए ही दिल्ली जाएंगे और फिर ट्विटर पर मोदी ने ऐलान कर दिया कि वो लाहौर जा रहे हैं.
सुरक्षा कारणों से मोदी के लौहार के कार्यक्रम को लेकर आखिरी समय तक कन्फ्यूजन की स्थिति बनी रही लेकिन किसी ने किसी भी बात की न पुष्टि की और न ही खंडन. मोदी के लाहौर पहुंचने तक कहा जा रहा था कि नवाज़ और मोदी लाहौर एयरपोर्ट पर लंच करेंगे और फिर मोदी दिल्ली रवाना हो जाएंगे लेकिन लाहौर एयरपोर्ट पर उतरने के कुछ मिनट बाद ही हेलिकॉप्टर पर नवाज़ के साथ उनके घर जाने से साफ हो गया है कि वो नवाज़ की नातिन की शादी के लिए ही लाहौर गए थे.
11 साल पहले वाजपेयी गए थे पाकिस्तान, उनके बाद कोई पीएम नहीं गया
लाहौर एयरपोर्ट पर भारतीय वायुसेना के विमान से उतरने के बाद मोदी और नवाज़ गहरे दोस्त की तरह गले मिले और उसके कुछ मिनट बाद ही पास में ही खड़े एक हेलिकॉप्टर में बैठकर नवाज़ के साथ उनके घर रायविंड रवाना हो गए. अगर वो सिर्फ नवाज़ से मिलने पाकिस्तान गए होते तो एयरपोर्ट पर लंच करके निकल जाते.
प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली पाकिस्तान यात्रा है. उनसे पहले 11 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2004 में पाकिस्तान गए थे जिनके बाद पूरे दस साल प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह एक बार भी पाकिस्तान नहीं गए. वाजपेयी 2004 में सार्क सम्मिट के लिए इस्लामाबाद गए थे.