मॉस्को. अपने दो दिवसीय दौरे के लिए रूस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के बीच क्रेमलिन में जारी व्यक्तिगत बातचीत ख़त्म हो गयी है. इस बातचीत में दोनों नेताओं ने परस्पर हितों के मुद्दों पर चर्चा की. दोनों देशों के बीच 10 क्षेत्रों में हो सकता है. बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति पुतिन से मिला और भारत-रूस संबंधों पर बातचीत की. बैठक फलदायी रही.’
मोदी सालाना शिखर वार्ता के लिए मॉस्को पहुंचे जहां उनका शानदार स्वागत किया गया. पुतिन ने मोदी के लिए व्यक्तिगत रात्रिभोज का आयोजन भी किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दोनों नेताओं की हाथ मिलाने वाली तस्वीरों के साथ ट्वीट किया ‘रात्रिभोज पर मित्रता:..दोस्ती.. प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रपति पुतिन की व्यक्तिगत बातचीत.’ मोदी और पुतिन कल क्रेमलिन में 16वीं भारत रूस सालाना शिखर वार्ता करेंगे. समझा जाता है कि इसके बाद दोनों पक्ष रक्षा, परमाणु उर्जा, हाइड्रो कार्बन और व्यापार सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को व्यापक करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.
क्या हासिल होगा दौरे से:
1. पीएम मोदी सालाना शिखर वार्ता के लिए मास्को पहुंचे जहां उनका शानदार स्वागत किया गया. पुतिन ने मोदी के लिए व्यक्तिगत रात्रिभोज का आयोजन भी किया.
2. ख़राब मौसम के बावजूद पीएम मोदी का मॉस्को एयरपोर्ट पर बहुत अच्छा स्वागत किया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया एक रेड कार्पेट स्वागत के लिए ठंड और बारिश रुकावट नहीं बने.
3. 16वें भारत-रूस सालाना शिखर सम्मेलन में अहम मुद्दा आर्थिक वचनबद्धता और कूटनीतिक संबंध हैं जिसके बारे में राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी चर्चा करेंगे. साल 2000 से यह बातचीत बारी बारी से मॉस्को और दिल्ली में होती आ रही है.
4. रक्षा और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में कई समझौतों को भी इस वार्ता में अमली जामा पहनाया जाएगा. भारत में हथियारों की सबसे ज्यादा आपूर्ति रूस से होती है, हालांकि पिछले कुछ सालों से नई दिल्ली ने अमेरिका से भी मिलेट्री हार्डवेयर खरीदना शुरू कर दिया है.
5. शाम को पीएम मोदी मॉस्को के एक्सपोसेंटर में भारतीय समुदाय के 3000 लोगों को संबोधित करेंगे.
6. आर्थिक संबंधों को मज़बूत करने के लिए दोनों ही देशों के सीईओ भी एक मुलाकात करेंगे. फिलहाल द्विपक्षीय व्यापार एक हज़ार करोड़ डॉलर है जिसे दोनों ही देश अगले दस सालों में तीन हज़ार करोड़ डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं.
7. मंगलवार को पीएम मोदी के साथ सुरक्षा के लिए निर्मित कैबिनेट कमिटी की बैठक में इस यात्रा के दौरान कम से कम दो सौदों के पूरा होने की संभावना जताई गई है. रूस और भारत मिलकर 200 केमव-226टी हेलिकॉप्टर बनाएंगे जिसे पीएम मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ अवधारणा को रक्षा क्षेत्र में पहले मज़बूत कदम की तरह देखा जा रहा है.
8. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भारत का इरादा रूस से दूसरे परमाणु पंडुब्बी को लीज़ पर लेने का भी है.
9. साथ ही अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातकर्ता है और वह रूस में गैस और पर्यवेक्षण प्रोजेक्ट में ज्यादा बड़ी भागीदारी की इच्छा रखता है. बता दें कि रूस दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्माताओं में से एक है और उसके पास प्राकृतिक गैस का काफी बड़ा भंडार है.
10. पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन बातचीत में सीरिया की स्थिति और आतंकवाद से निपटने के बारे में भी चर्चा करेंगे.