न्यूयॉर्क में तीन दिन हवालात में गुजारने वाले एक सिख स्कूली छात्र ने पुलिस के सामने कबूल किया कि अपने बैग में बम होने और स्कूल को उड़ाने की बात उसने मजाक में कही थी. छात्र के परिवार ने पूर्व में कहा था कि उसे फंसाया गया है.
वेबसाइट ‘इनक्विसिटर डॉट कॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार, आर्लिग्टन के पुलिस लेफ्टिनेंट क्रिस्टोफर कुक ने कहा कि टेक्सास राज्य के डलास नगर स्थित निकोल्स जूनियर हाई स्कूल में अरमान सिंह सराय(12) पढ़ता है. अरमान के सहपाठी ने अपने एक अध्यापक को बताया था कि उसके बैग में बम है और वह स्कूल को बम से उड़ाने की योजना बना रहा है.
रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “सहपाठी के अनुसार, अरमान ने दावा किया था कि उसके बैग में एक बम है और एक निश्चित समय में उसमे धमाका होने वाला है. साथ ही अरमान का बम को क्लासरूम में रखकर भाग निकलने की तैयारी है.”
पूछताछ में बात कबूली
कुक के अनुसार, पूछताछ के दौरान सिख छात्र ने सहपाठी से अपने बैग में एक बम रखे होने की बात कहने की बात कबूली, लेकिन यह भी कहा कि वह तो बस मजाक कर रहा था.
पुलिस लेफ्टिनेंट ने कहा, “स्कूल बम की बात को गंभीरता से लेते हैं और यही वजह है कि स्कूल में बम लेकर आने का मजाक किए जाने को भी एक आतंकवादी खतरा माना जाता है.”
इससे पहले अरमान की बहन गिनी हाएर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में उसका बचाव करते हुए लिखा, “क्लास के एक दबंग छात्र ने सोचा कि अरमान पर बम रखने का आरोप लगाना मजेदार होगा. उसने यही किया और प्रधानाचार्य ने भी बिना किसी पूछताछ और माता-पिता को खबर किए बगैर ही पुलिस को बुला लिया.”
गिनी ने लिखा, “उसे तीन दिन जेल में रखा गया और सोमवार (15 दिसंबर) को रिहा किया गया.”
IANS