नई दिल्लीः 27 सितंबर को इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हवाई हमला किया जिसमें हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह समेत संगठन के कई शीर्ष कमांडर मारे गए थे। नसरूल्लाह की मौत के बाद हाशेम सफीद्दीन को हिजबुल्लाह के चीफ की कमान सौंपी गई हैं। आपको बता दें हाशेम सफीद्दीन नसरुल्लाह का चचेरा भाई हैं। […]
नई दिल्लीः 27 सितंबर को इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हवाई हमला किया जिसमें हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह समेत संगठन के कई शीर्ष कमांडर मारे गए थे। नसरूल्लाह की मौत के बाद हाशेम सफीद्दीन को हिजबुल्लाह के चीफ की कमान सौंपी गई हैं। आपको बता दें हाशेम सफीद्दीन नसरुल्लाह का चचेरा भाई हैं। हाशेम शिया समुदाय का धर्मगुरू और हिजबुल्लाह का सीनियर मेंबर भी है।
1964 में दक्षिणी लेबनान के दीर कानून एन नहर में जन्मे हाशिम सफ़ीद्दीन एक प्रमुख लेबनानी शिया मौलवी और हिज़्बुल्लाह के वरिष्ठ नेता है। कहा जाता है कि वह इज़राइली हमलों से भाग रहे हैं। वे हिज़्बुल्लाह के राजनीतिक मामलों की देखरेख करते रहा है और कार्यकारी परिषद के प्रमुख हैं। वो जिहाद परिषद का अध्यक्ष भी है जो संगठन के सैन्य अभियानों की योजना बनाता है।
इराक और ईरान में धार्मिक केंद्रों में शिक्षा प्राप्त करने वाले सफ़ीद्दीन 1994 में लेबनान लौटा और जल्दी ही हिजबुल्लाह के टॉप रैंक पर पहुँच गया। 1995 में वो समूह की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, मजलिस अल-शूरा में शामिल हो गए। इसके तुरंत बाद उसे जिहाद परिषद का प्रमुख नियुक्त किया गया जिससे हिजबुल्लाह के सैन्य और रणनीतिक अभियानों पर उसका प्रभाव मजबूत हुआ। नसरूल्लाह के विपरीत सफीउद्दीन हाल ही में राजनीतिक और धार्मिक आयोजनों में खुले तौर पर दिखाई दिया है।