कुछ ऐसी चीजें हैं, जो इंसानों को सूरज की गर्मी से बचाए हुए हैं

अटार्कटिका ग्लेशियर को धरती के लिए बहुत जरूरी माना जाता है

अंटार्कटिका का एक विशाल ग्लेशियर, जिसे 'डूम्सडे ग्लेशियर' के नाम से जाना जाता है

अगले 200 से 900 साल में पूरी तरह से पिघल जाएगा, यह ग्लेशियर थ्वाइट्स ग्लेशियर के नाम से भी जाना जाता है

इसकी सबसे बड़ी वजह है ग्लोबल वार्मिंग. बढ़ते तापमान के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं

इसके अलावा गर्म समुद्र का पानी ग्लेशियर को नीचे से पिघला रहा है

यह ग्लेशियर पूरी तरह से पिघल जाता है तो इससे वैश्विक समुद्र का स्तर कई मीटर तक बढ़ सकता है

इसका मतलब है कि दुनिया के तटीय इलाके डूब जाएंगे और लाखों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ेगा.