रावण एक राक्षस कुल का राजा था

लंकाधिपति दशानन महाराज रावण अत्यंत ही बलशाली, महापंडित था

जैन शास्त्र में रावण को प्रति-नारायण माना गया है

जैन धर्म के 64 शलाका पुरुषों में रावण का नाम भी शामिल है

रावण ब्रह्मा ज्ञानी और बहु-विद्याओं का जानकार था