अकबर के नवरत्नों में आपने मुल्ला-दो-प्याजा का नाम भी जरूर सुना होगा
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस अजीब से नाम के पीछे क्या कहानी थी
अकबर के नवरत्न बीरबल, तानसेन के मुकाबले मुल्ला-दो-प्याजा के बारे में कम जानकारी है
मुल्ला-दो-प्याजा उनका असली नाम नहीं था बल्कि एक पद और उपाधि थी
वो वास्तव में अबुल हसन थे और अकबर के पिता हुमायूं के साथ ईरान से भारत पहुंचे थे
हुमायूं ने दिल्ली फतह की तो अबुल हसन एक मस्जिद में रहे और फिर वहीं इमाम हो गए थे
कहा जाता है कि ये अकबर के दरबार में गृह मंत्री भी थे लेकिन इस पर इतिहासकार सहमत नहीं हैं