आपराधिक मामलों की कानूनी जांच के लिए FIR अनिवार्य होती है, लेकिन क्या आपको मालूम है यह NCR से कितनी अलग होती है.
FIR का मतलब होता है फर्स्ट इंफॉर्मेशन रिपोर्ट. वहीं, NCR का मतलब है नॉन कॉग्निजेबल रिपोर्ट (Non-Cognizable Report)
एफआईआर उन अपराधों के लिए दर्ज होती है जो गंभीर किस्म के होते हैं और समाज पर बुरा असर डालते हैं.
इसे गैर-संज्ञेय अपराध सूचना कहते हैं. इसके तहत गाली-गलौच, मामूली झगड़े या डॉक्युमेंट से जुड़े मामले दर्ज किए जाते हैं.
एफआईआर को कोर्ट में पेश किया जाता है, लेकिन एनसीआर सिर्फ पुलिस के रिकॉर्ड तक सीमित होती है.
FIR दर्ज होने के बाद पुलिस बिना वॉरंट के गिरफ्तार कर सकती है
लेकिन एनसीआर दर्ज करने के बाद पुलिस को गिरफ्तारी का अधिकार नहीं मिलता है.