मुगलों को डर सताता था कि बेटी का शौहर सत्ता पर कब्जा कर सकता है,
इसलिए वो बेटियों की शादी
सगे-सम्बंधियों से करते थे.
शाहजहां अपनी बेटी जहांआरा से बेहद प्यार करते थे. वो नहीं चाहते थे कि कोई मर्द उसके पास पहुंचे.
इसलिए सुरक्षा का ध्यान रखा जाता था. तमाम पहरे और सुरक्षा के बीच जहांआरा का एक आशिक उससे मिलने पहुंच गया.
इसकी जानकारी मिलने पर बादशाह आगबबूला हो उठे.
बादशाह को जैसे ही पता चला कि जहांआरा का आशिक उससे मिलने पहुंचा है, वह तुरंत बेटी से मिलने पहुंच गए.
जहांआरा ने आशिक को बचाने के लिए हांडी में छिपा दिया लेकिन बादशाह को शक हो गया था.
बादशाह ने हांडी के पानी को उबालने का हुक्म दिया और आशिक को हमेशा के लिए खत्म कर दिया.