फोन से निकलने वाली रेडिएशन हमारे शरीर के लिए कई तरह से खतरनाक हो सकती है
जब लोग फोन को तकिए के नीचे रखकर सोते हैं तो सिर में रेडिएशन का सीधा असर आता है
जिससे ब्रेन ट्यूमर और कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है
फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन के प्रोडक्शन में रुकावट करती है
मेलाटोनिन नींद को कंट्रोल करने वाला हार्मोन है जब हम फोन को सोते समय अपने पास रखते हैं
तो इस हार्मोन में रुकावट के कारण से नींद आने में भी मुश्किल होती है
फोन को तकिए के नीचे रखकर सोने से सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती है
लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से हार्ट से जुड़ी बिमारी का खतरा बढ़ सकता है
सोने से पहले फोन का इस्तेमाल करने से तनाव और चिंता भी बढ़ सकती है