दिल के मरीजों में हार्ट पंपिंग की क्षमता कम हो जाती है

इस वजह से ज्यादा पानी पीने से शरीर तरल पदार्थ को पूरी तरह बाहर नहीं निकाल पाता है

इससे फ्लूइड ओवरलोड की समस्या हो सकती है, दिल के मरीजों को ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए

हार्ट का काम शरीर में ब्लड पंप करता है. जिससे ऑक्सीजन और Nutrients हर ऑर्गन तक सही तरीके से पहुंच पाता है

ज्यादा पानी पीने से हार्ट पेशेंट के शरीर में हार्ट पंपिंग में गड़बड़ी, आर्टरीज में कमजोरी, धड़कन तेज, हाई ब्लड प्रेशर होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं

यही कारण है कि डॉक्टर्स दिल के मरीजों को कम पानी पीने की सलाह देते हैं

हर दिन 1.5 से 2 लीटर तक पानी पीना उनके लिए पर्याप्त हो सकता है