जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भगवान राम और उनके भाईयों के बारे में एक कहानी बताई.
रामभद्राचार्य ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि भगवान राम चार नहीं बल्कि पांच भाई थे.
रामभद्राचार्य ने रामयण के अयोध्या कांड की रचना के आधार पर श्रीराम और उनके भाइयों के बारे में समझाया.
रामभद्राचार्य ने कहा कि वैसे तो सभी यह जानते हैं कि भगवान राम चार भाई थे. लेकिन हनुमान जी श्रीराम के पांचवे भाई थे.
उन्होंने हनुमान जी के जन्म के रहस्य को बताया कि उनका जन्म माता कैकेयी की खीर से हुआ था
गुरुदेव ने जो खीर तीनों माताओं को दी थी, उसका एक भाग कौआ लेकर वहां चला गया जहां अंजनी मां तपस्या कर रहीं थी.
अंजनी ने उसे शिव जी का प्रसाद समझ कर खा लिया. इस तरह हनुमान प्रभु राम के पांचवे भाई हैं.