जूता-चप्पल आज के वक्त हर इंसान की जरूरत बन चुकी है

जूता-चप्पलों का आविष्कार ही पैरों को सुरक्षित रखने के लिए किया गया था

दक्षिण भारत में एक ऐसा गांव है, जहां लोग जूते-चप्पल कभी नहीं पहनते हैं

इस छोटे से गांव का नाम अंडमान  है, जो तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 450km  दूर है

उनके गांव की रक्षा मुथ्यालम्मा नाम की एक देवी करती हैं. उनके सम्मान में लोग जूते-चप्पल नहीं पहनते हैं