मौसम विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश में 15 जून तक पहुंचने की संभावना है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुरुवार को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले ही दस्तक दे दी.
केरल और पूर्वोत्तर में मानसून एक साथ इससे पहले चार मौकों-2017, 1997, 1995 और 1991 में, ऐसा हुआ था.
आईएमडी ने कहा कि असम और मेघालय में 02-04 जून, 2024 के दौरान भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से लेकर बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने उप-हिमालय पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम में 3 से 6 जून के दौरान भारी वर्षा की संभावना जताई है.
मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में हीटवेव की स्थिति अगले तीन दिनों के दौरान जारी रहने की संभावना है.
आईएमडी ने बताया कि सोमवार (3 जून) को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में उष्ण लहर की स्थिति होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने कहा कि झारखंड के कुछ हिस्सों में गुरुवार (06 जून, 2024) को उष्ण लहर की स्थिति होने की संभावना है.