दुनिया की सबसे ठंडी जगहों पर जानें कैसे पानी को जमने से रोकते हैं लोग
दुनिया का सबसे ठंडा गांव ओइमाकॉन कड़ाके की सर्दी के लिए जाता है, यहां का तापमान ज्यादातर -50 डिग्री से नीचे चला जाता है.
हालांकि भारत के भी कई ऐसे इलाके हैं जहां का तापमान माइनस में पहुंच जाता है.
लेकिन बेहद आम सा लगने वाला ये सवाल कभी आपके मन में आया है कि आखिर यहां लोग नल के पानी को जमने से कैसे बचाते होंगे?
सवाल भले ही आम लगे, लेकिन यदि नल में पानी न आए तो जिंदगी रुक से जाती है, ऐसे में यहां के लोग इन्हें जमने से बचाने के लिए बेहद खास ट्रिक अपनाते हैं.
दरअसल किसी बर्फिली जगह पर नलों में पानी जम जाना बेहद आम बात हो जाती है, ऐसे में लोग यहां पानी को जमने से बचाने के लिए या जमे हुए पानी को पिघलाने के लिए उन्हें थोड़ा खुला छोड़ देते हैं.
हालांकि कई बार ये ट्रिक भी काम नहीं करती, ऐसे स्थिति में लोग जब नलों में पानी जम जाता है तो उनपर गर्म उखलता हुआ पानी डाल देते हैं, जिसके बाद वो आसानी से चलने लगते हैं.
इस तरह बर्फीली जगह में भी लोग नलों में पानी को सुचारू कर लेते हैं. साथ ही ये छोटी-छोटी ट्रिक्स बेहद ठंडी जगहों में भी उनकी जिंदगी को आसान बनाती हैं.