जानें क्यों हुआ था प्रभु राम और हनुमान का युद्ध
आज यानी 23 अप्रैल को हनुमान जयंती मनाई जा रही है।
हनुमान जी प्रभु राम के अनन्य भक्त हैं लेकिन आपको पता है कि दोनों में युद्ध भी हो चुका है।
आइये जानते हैं वो प्रसंग जब राम से भिड़े थे भक्त हनुमान।
कहा जाता है कि विश्वामित्र जी ने राम को राजा ययाति को मारने का निर्देश दिया था।
राजा ययाति ने हनुमान जी से मदद मांगी। उन्होंने ययाति को वचन दे दिया।
हनुमान जी ने बिना अस्त्र-शस्त्र का सहारा लिए राम नाम जपना शुरू कर दिया।
हनुमान जी पर राम जी ने जितने बाण चलाए वो बेअसर रहा।
हनुमान जी रामभक्ति देखकर विश्वामित्र जी अचंभित रह गए।
बाद में उन्होंने राम जी को इस धर्म संकट से मुक्त किया।
आइये जानते हैं वो प्रसंग जब राम से भिड़े थे भक्त हनुमान।