दोनों देशों के बँटवारे के बाद धन और सेना के बँटवारे में बहुत कठिनाई हुई
सभी चल संपत्तियों को 80 और 20 के अनुपात में विभाजित किया गया था
समझौते के मुताबिक पाकिस्तान को संपत्ति का 17% हिस्सा मिला, उस समय भारत के पास 400 करोड़ रुपये थे
बंटवारे के वक्त पाकिस्तान को 75 करोड़ रुपये मिले थे, जिसके साथ 20 करोड़ रुपये की कामकाजी रकम भी दी गई थी
धन के अलावा ज़मीन, सेना और जानवरों का भी बँटवारा हो गया और जॉयमोनी हाथी को लेकर भी विवाद हो गया
अंततः यह हाथी पाकिस्तान के पक्ष में चला गया