यमुना नदी में सफेद झाग बनने का मुख्य कारण प्रदूषण है

इंडस्ट्री और घरेलू कचरा सीधे नदी में छोड़ा जाता हैं, जिससे रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं

इन रासायनिक अभिक्रियाओं से फॉस्फेट और अन्य हानिकारक तत्व बनते हैं

फॉस्फेट की मात्रा बढ़ने से पानी में झाग बनता है

इसके अलावा डिटर्जेंट और साबुन के अवशेष भी झाग पैदा करते हैं

यमुना में पानी का बहाव कम होने से प्रदूषक जमा हो जाते हैं, जिससे झाग बनने की समस्या बढ़ जाती है

यह झाग न केवल देखने में खराब लगता है, बल्कि जलीय जीवन और मानव स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है