बच्चेदानी में गांठ बनना एक बहुत ही आम समस्या है
इसे मेडिकल भाषा में फाइब्रॉइड भी कहा जाता है
कई महिलाएं समझ लेती हैं कि बच्चेदानी में गांठ से उन्हें कैंसर हो सकता है
लेकिन ऐसी स्थिति में 10 हजार में से किसी एक ही मामले में कैंसर का खतरा होता है
यह गांठ ज्यादातर 25-40 की आयु के बीच में होती हैं
जिन स्त्रियों में एस्ट्रोजन ज्यादा होता है, उनमें फाइब्रॉइड यूट्रस और कैंसर का खतरा होता है
कैंसर के अलावा यह गांठ कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकती है
यह गांठ महिलाओं के गर्भाशय में या उसके आसपास होती हैं जो मांस-पेशियां और फाइब्रस उत्तकों से बनती हैं
इसके कारण बांझपन का खतरा रहता है हालांकि इसका इलाज संभव है