यहूदी धर्म में कैसे निभाई जाती हैं शादी की रस्में? जानें क्या है परंपरा

यहूदी धर्म सबसे पुराने धर्मों में से एक है. यहूदी समुदाय की संस्कृति में शादी को बाकी मजहबों की तरह पवित्र बंधन के साथ एक करार माना जाता है.

इस दिन होती है शादी यहूदी धर्म में शादी एक करार की शादी यानि कॉन्ट्रैक्ट मैरिज होती है. इसके लिए अमूमन कोई मुहूर्त नहीं होता, लेकिन रविवार के दिन इस रस्म को पूरा किया जाता है। 

अंगूठी पहनाने की रस्म शादी से पहले यहूदियों में भी अंगूठी पहनाने की रस्म होती है जिससे दूसरे धर्मों में सगाई कहा जाता है। 

खाते हैं ये कसमें यहूदियों में शादी से पहले योम किप्पुर विद्दुई परंपरा निभाई जाती हैं। इसमें लड़का-लड़की मिल कर पुरानी जिंदगी की सारी गलतियों की माफ़ी मांगते हैं और फिर नई जिंदगी में एक दूसरे के लिए वफादार रहने की कसम खाते हैं। 

कांच तोड़ने की परंपरा इसमें दूल्हा एक कांच का गिलास तोड़ता है फिर उसे अपने दाहिने पैर से कुचलता है.

अंत में होती है ये रस्म आखिर में दूल्हे को पिने के लिए शराब का प्याला दिया जाता है और दुल्हन भी शराब पीती है, कई परम्पराओं में शराब को केवल होटों से लगाने का रिवाज़ है.