अंडमान और निकोबार की 6 आदिवासी जनजातियों में से एक है जारवा जनजाति.

आपको जानकार हैरानी होगी कि जारवा जनजाति में गोरा बच्चा होना पाप माना जाता है.

इस जनजाति में अगर किसी के घर कोई गोरा बच्चा पैदा हो जाता है तो उसे मार दिया जाता है.

क्योंकि इस समुदाय के लोग उसके पिता को दूसरे समुदाय का मान लेते हैं.

इस समुदाय में इसके लिए सजा का प्रावधान भी नहीं है.

ऐसा माना जाता है कि अंडमान द्वीप के उत्तरी इलाके में रहने वाली ये जनजाति पहली बार 90 के दशक में दुनिया के सामने आई थी.

इसके बाद पर्यटकों का आगमन भी इनके इलाके में बढ़ा.