इस तरह बनाई जाती हैं मिट्टी की बोतलें, इससे पानी पीने से होते हैं ये फायदे
पुराने समय में लोग गर्मी से निजात के लिए मिट्टी के बर्तनों का खास प्रयोग करते थे. जो गर्मी से तो राहत देता ही था साथ ही सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है.
वहीं अब प्रचंड गर्मी में हम फ्रिज से हुआ ठंडा पानी प्रयोग में लाने लगे हैं, जो हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियों को भी जन्म देता है.
जिस तरह कुम्हार मिट्टी से घड़ा बनाता है या अन्य चीजें बनाता है उसी तरह वो मिट्टी की बोतल भी बनाता है.
इसके लिए चुनकर मिट्टी लाई जाती है और कुम्हार उन्हें बोतल के आकार में ढाल देता है. गर्मी के मौसम में इन बोतलों की खासा डिमांड रहने लगी है.
हालांकि इनके टूटने के डर से कम ही लोग इनका इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इस्तेमाल करने वाले लोग इनका भी सही से इस्तेमाल करते हैं.
वहीं मटके या मिट्टी की बोतल में रखा पानी पीएच लेवल बैलेंस करने के भी काम आता है.
इसके अलावा मिट्टी की बनी बोटल या घड़े में पानी शुद्ध रहता है. मिट्टी का घड़ा पानी की अशुद्धियों और विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करता है.
यही वजह है कि मटके का पानी काफी स्वच्छ और शुद्ध होता है. मिट्टी के बर्तन या मटके केमिकल फ्री भी होते हैं, इसलिए स्वास्थ्य को हानि नहीं पहुंचाते.