आपने अक्सर लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज होते देखे होंगे
लेकिन क्या आप जानते हैं कि छत्तीसगढ़ की एक अदालत में भगवानों के खिलाफ भी केस दर्ज होते हैं
जिसमें यहाँ एक सार्वजनिक अदालत लगाई जाती है और देवताओं को भी सजा सुनाई जाती है
यह अदालत हर साल मानसून में भादो जात्रा त्यौहार के समय भंगाराम देवी मंदिर में लगाई जाती है
इस अदालत में मंदिर की देवी मामलों की अध्यक्षता करती हैं और यहाँ के पशु-पक्षियों को गवाह बनाया जाता है
यहाँ शिकायतकर्ता ग्रामीण होते हैं, अगर उनकी प्रार्थना का फल नहीं मिलता है तो देवताओं को भी सजा दी जाती है
दोषी पाए जाने वाले देवता को वनवास की सजा दी जाती है
यहाँ रहने वाले लोगों के अनुसार ये परंपराएँ बस्तर की विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं