क्या मस्जिद भी जाति के आधार पर बनती है?

भारतीय मुसलमान मुख्य रूप से तीन जाति समूहों में बंटा हुआ है.

जिसे अशराफ, अजलाफ और अरजाल कहा जाता है.

ऐसे में क्या मस्जिद भी जाति के आधार पर बनती हैं?

इस्लाम धर्म में सभी लोगों को बराबर माना जाता है.

इस्लाम में किसी प्रकार की कोई ऊंच-नीच नहीं है.

इस्लाम के हिसाब से जाति के आधार पर मस्जिद नहीं बनाई जाती है.

भारत की पहली मस्जिद केरल के कोडुंगलूर क्षेत्र में बनाई गई थी.

यह मस्जिद राजा चेरामन पेरुमल के नाम पर बनी है.

मस्जिद परिसर में ही संग्रहालय भी है.

मुस्लिम समुदाय के जानकार कहते हैं कि मस्जिद में कोई भेदभाव नहीं होता है.