आखिर सिखों की पहली पसंद कैसे बना कनाडा? जानें वहां की आबादी में कितने भारतीय
आखिर सिक्खों की पहली पसंद कैसे बना कनाडा? जानें वहां की आबादी में कितने भारतीय
वैसे तो कनाडा में सिख काफी समय से मौजूद हैं लेकिन 90 के दशक में सबसे ज्यादा संख्या में सिखों ने कनाडा की ओर रुख किया.
कई वर्षों पहले जब भारत पर अंग्रेजों का राज था, उस समय ब्रिटिश भारतीय सैनिकों की एक टुकड़ी लंदन गई थी.
उन्हें साल 1897 में महारानी विक्टोरिया ने डायमंड जुबली सेलिब्रेशन में शामिल होने के लिए बुलाया था.
इसी टुकड़ी में कुछ सिख सैनिक भी शामिल थे. इन्हीं में से एक थे रिसालेदार मेजर सिंह, जिन्होंने कनाडा में ही बसने का फैसला कर लिया था. वो कनाडा में बसने वाले पहले सिख थे.
मेजर सिंह के बाद उनके साथ मौजूद कुछ और सैनिकों ने भी कनाडा में बसने का फैसला कर लिया. ये लोग ब्रिटिश कोलंबिया में रहने लगे.
इसके बाद जब बाकी सैनिक भारत लौटे तो उन्होंने कनाडा की सुविधाओं और रहने की सहूलियतों के बारे में बताया.
इसके बाद से ही भारतीयों का कनाडा में शिफ्ट होने का सिलसिला शुरू हो गया. इनमें सबसे ज्यादा सिख थे.
इस तरह से कनाडा में भारतीय सिख मजबूती के साथ बसने लगे. हालांकि सबसे ज्यादा सिखो ने 90 के दशक के बाद भारत से कनाडा पलायन किया.
मौजूदा समय की बात करें तो कनाडा में लगभग 8 लाख आबादी सिखों की है. वहां के चुनाव में भी सिख बड़ा वोट बैंक माने जाते हैं.