बिश्नोई समाज सनातन धर्म का ही एक हिस्सा है और एक संप्रदाय है, इसकी स्थापना गुरु जम्भेश्वर महाराज ने 1485 में की थी
गुरु जम्भेश्वर महाराज ने बिश्नोई समुदाय के लिए 29 नियम बनाए और उनका पालन करना बहुत महत्वपूर्ण माना गया
समाज के लोग इन्हीं 29 नियमों का पालन करते हैं, वहीं सनातन धर्म की कई प्रथाओं को समाज स्वीकार नहीं करता है
इनमें करवा चौथ त्योहार भी शामिल है, जो बिश्नोई समुदाय द्वारा नहीं मनाया जाता है और महिलाएं इस दिन व्रत नहीं रखती हैं
बिश्नोई समाज के नियमों के मुताबिक, 16वें नियम में गुरु जंभेश्वर महाराज ने केवल अमावस्या का व्रत रखने को कहा है, जिसका पालन समाज करता है.
बिश्नोई समाज के अनुसार, उनके नियमों में करवा चौथ के व्रत का जिक्र नहीं है और वह इस पर्व को नहीं मनाते हैं.