पटना: बिहार के कई जिलों में गुरुवार को अचानक बदले मौसम ने तबाही मचा दी। पटना, भोजपुर, बक्सर, सासाराम, छपरा, कैमूर, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, सहरसा, मधुबनी, अररिया समेत कई जिलों में तेज आंधी, बारिश और वज्रपात ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। करीब 60-65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी ने कई इलाकों में भारी नुकसान पहुंचाया। पेड़ और होर्डिंग गिरने से यातायात बाधित हुआ और कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
कुल 24 लोगों के मरने की सूचना है जबकि मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक बिहार के चार जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 13 लोगों की मौत हुई है. ये हादसा बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर जिलों में हुआ है। बेगूसराय में 5, दरभंगा में 4, मधुबनी में 3 और समस्तीपुर में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। बता दें, ये हादसे बीते दिन 9 अप्रैल को हुए, जिसकी जानकारी 10 अप्रैल रो मिली.
सीवान में आकाशीय बिजली गिरने से दो युवकों की मौत हो गई। ये हादसे दरौंदा और महाराजगंज थाना क्षेत्र में उस समय हुए, जब दोनों युवक खेत से लौट रहे थे। मधुबनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, शिवहर और पूर्वी चंपारण में ओलावृष्टि से खड़ी रबी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कैमूर में तेज आंधी से पेड़ गिरने और टिन शेड उड़ने की घटनाएं सामने आईं। शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रही, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।
मधुबनी में किसानों की गेहूं की फसल बेमौसम बारिश की भेंट चढ़ गई। खेतों में काटकर रखी गई फसल भीग जाने से किसानों की महीनों की मेहनत कुछ ही घंटों में बर्बाद हो गई। शहर की सड़कों पर जलजमाव ने लोगों की आवाजाही को मुश्किल बना दिया। बेतिया में तेज गरज और बारिश ने पूरे दिन रुक-रुक कर दस्तक दी। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा। निचले इलाकों में जलभराव और कई पंचायतों में बिजली संकट बना रहा।
वहीं, सीतामढ़ी में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश और आंधी से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी मौसम खराब रहने की संभावना जताई है, जिससे लोगों और किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
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