लखनऊ. यूपी भाजपा में चल रही उथल पुथल के बीच बाहुलबली भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि संगठन सरकार से बड़ा होता है. साथ में उन्होंने यह भी कहा कि वो किसी के बयान का समर्थन नहीं करते. आपको बता […]
लखनऊ. यूपी भाजपा में चल रही उथल पुथल के बीच बाहुलबली भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि संगठन सरकार से बड़ा होता है.
साथ में उन्होंने यह भी कहा कि वो किसी के बयान का समर्थन नहीं करते. आपको बता दें कि पिछले दो हफ्ते से सीएम योगी के धुर विरोधी डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य सबसे ज्यादा इस नारे को लगा रहे हैं.
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह गोंडा के परसपुर क्षेत्र के राजा टोला में सपा नेता की हत्या के बाद परिजनों से मिलने पहुंचे थे और मीडिया से बात कर रहे थे.
दो महीना पहले तक वह कैसरगंज से भाजपा के सांसद थे लेकिन महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न संबंधी आरोपों के बाद भाजपा ने उनका टिकट काटकर उनके छोटे बेटे करन भूषण को दे दिया था. करण भूषण लगभग डेढ़ लाख मतों से चुनाव जीत गये थे. इस तरह से उनके बड़े बेटे प्रतीक भूषण पहले से विधायक हैं और अब करण भूषण सांसद बन गये हैं.
बृजभूषण शरण सिंह ने संगठन को सरकार से ऊपर तो बता दिया लेकिन यह कहना नहीं भूले कि वह किसी के बयान का समर्थन नहीं करते. उनका इशारा साफ था कि वह डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य का समर्थन नहीं करते. अब सवाल यह है कि आखिर बाहुबली नेता ने संगठन को सरकार से ऊपर बताकर मौर्य के बयान से किनारा क्यों कर लिया.
आपको बता दे कि बृजभूषण शरण सिंह और सीएम योगी गुरु भाई हैं. दोनों के रिश्ते किसी जमाने में बहुत अच्छे थे लेकिन बृजभूषण शरण सिंह के बयानों ने योगी को नाराज कर दिया. उन्होंने सीएम योगी के बुलडोजर एक्शन को गलत बताकर अदावत मोल ली थी.
अब बेटों ने योगी से मिलकर रिश्तों को सुधारने की कोशिश की है लिहाजा बृजभूषण नहीं चाहते कि संबंध खराब हो. यही वजह है कि उन्होंने केशव प्रसाद मौर्य के बयानों का समर्थन करके भी किनारा कर लिया.
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