संतरा देवी नाम की महिला इस हादसे में अपने पोते को गंवा चुकी है। मीडिया से बात करते हुए कहने लगी कि मुझे मेरा बच्चा नहीं मिला। ये किसी की बेटी है। अगर मैं नहीं जाती तो ये भी मर जाती
लखनऊ। यूपी के झांसी में कल रात यानी शुक्रवार, 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में आग लग गई। इस भीषण हादसे में 10 मासूम जिंदा जल गए। हादसे से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। घटना की सूचना मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। हादसे के बाद से वहां की स्थिति ख़राब है। सभी अपने बच्चे को ढूंढने में लगे हुए हैं। इसी बीच एक महिला के हिम्मत की चर्चा सभी कर रहे हैं।
संतरा देवी नाम की महिला इस हादसे में अपने पोते को गंवा चुकी है। मीडिया से बात करते हुए कहने लगी कि मुझे मेरा बच्चा नहीं मिला। ये किसी की बेटी है। अगर मैं नहीं जाती तो ये भी मर जाती लेकिन मैं इसे देखते ही लपक कर भाग आईं। संतरा इस दौरान काफी रो रही थीं। उन्होंने कहा कि हमारा पोता भर्ती था। हम लोग दवा लेने गए थे तभी आग लग गई। सभी अपने बच्चे को लेकर भाग रहे थे।
झांसी सीएमएस सचिन मेहर ने घटना के बारे में बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक से वहां आग लग गई। इसमें ज्यादातर बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। आग तेजी से फैली और बच्चों को अपने चपेट में ले लिया। 10 बच्चे मर गए और 37 बच्चों को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया।