पुलिस ने इस मामले में 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में से एक आरोपी के पास से अजीबोगरीब हथियार बरामद किया गया है।
रविवार सुबह 7:35 बजे टीम सर्वे के लिए पहुंची थी। डीएम-एसपी भी मस्जिद के अंदर मौजूद थे। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। तभी अचानक से बड़ी संख्या में भीड़ सड़क पर उमड़ने लगी। 2-3 हजार लोग अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए आगे बढ़ने लगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस अनाउंसमेंट कर रही थी लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। तभी भीड़ में से पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया गया। मुस्लिम महिलाएं छतों पर से ही पत्थर फेंके जा रही थी। फायरिंग और पत्थरबाजी में एसपी के पैर में चोट लगी और डिप्टी कलेक्टर भी घायल हो गए।
राहुल गांधी ने संभल हिंसा को लेकर लिखा है कि संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक प्रेमी जोड़े अपने घर से भागकर एक निर्माणाधीन मकान के अंदर पहले शादी की। इसके बाद अचानक दोनों ने अपने हाथों में हाथ डालकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर इस मामले की और दोनों के सुसाइड के पीछे के असली कारण को पता लगाने की जांच शुरू कर दी है।
भीड़ को आगे बढ़ता देखकर पुलिस को आशंका हुआ कि उपद्रवी हिंदू एरिया में भी जा सकते हैं तो उन्होंने पूरे इलाके को घेर लिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उपद्रवियों को आगे बढ़ने ही नहीं दिया। बात अनसुना करने पर उन्होंने पत्थर उठाकर उनपर फेंकना शुरू कर दिया।
महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरि ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध है कि वे सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की भूमिका की जांच करें। यति नरसिंहानंद ने दावा किया कि जियाउर्रहमान बर्क सांसद होने के नाते लोगों को दंगा करने के लिए भड़का रहे हैं।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि तुझ को कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें। कितनी आहों से कलेजा तिरा ठंडा होगा। कितने आँसू तिरे सहराओं को गुलज़ार करें।
फोर्स ने आते ही एक्शन लेना शुरू कर दिया और कट्टरपंथियों पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की लाठी ऐसे पड़ी कि सब भागने को मजबूर हो गए। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा।
संभल हिंसा में जिन 4 लोगों की जान गई है, उनकी पहचान रूमान खान (42), बिलाल (30) और नईम (25) नौमान के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने दंगाइयों पर गोली नहीं चलाई। पुलिस ने पेलेट गन का इस्तेमाल किया ताकि किसी की जान न जाए। 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वो महिलाएं भी शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के संभल की जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए बवाल पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि किसी भी चीज का विरोध करना गलत नहीं है लेकिन पत्थर फेंककर विरोध करना गलत है. कोर्ट में विरोध प्रदर्शन. उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन का रवैया ढीला-ढाला रहा है. पुलिस क्यों भाग रही है, सख्त कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? पुलिस पत्थरों से क्यों भाग रही है?