एक ही परिवार में तीन लोगों की भुने हुए चने खाने से मौत हो गई है और दो अन्य लोगों की हालत गंभीर बनी हुई हैं. जानकारी के मुताबिक 24 नवंबर की शाम को परिवार बाजार घूमने निकला था. इस दौरान परिवार ने एक ठेले वाले से भुने हुए चने खरीद कर खाए.
इकरा हसन ने सवाल उठाए और पूछा कि अगर पुलिस वहां मौजूद थी तो लोगों के हाथों में अवैध हथियार कहां से आए और अगर वहां हालात बेकाबू हो रहे थे तो पुलिस ने गोलियों के अलावा कोई और तरीका क्यों नहीं अपनाया. समाजवादी पार्टी की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देने के लिए बीजेपी सरकार के कई सांसद और मंत्री सामने आए.
एक शख्स ने अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए है. मामला तब शुरू हुआ जब लड़के की पहली पत्नी की मौत के छह महीने बाद उसके परिवार ने दूसरी शादी तय की।
उत्तर प्रदेश के संभल में एक मस्जिद के सर्वे के दौरान भीड़ और सुरक्षाकर्मियों के बीच हिंसक झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं बताया जा रहा है कि इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई. हालांकि वायरल वीडियो में एक मुस्लिम मौलवी को भीड़ से तितर-बितर होने और घर लौटने का आग्रह करते हुए सुना जा सकता है। कुछ लोगों को सड़क पर खड़ी कार को नुकसान पहुंचाते देखा जा सकता है.
यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई जबरदस्त हिंसा हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है. पुलिस ने इस मामले में 21 आरोपियों को हिरासत में लिया है. जिसमें से एक आरोपी के पास से बेहद ही अजीब और खतरनाक हथियार मिला है. इसके दोनों तरफ नुकीले किनारे हैं। इस हथियार ने पुलिस के भी माथे पर पसीना ला दिया है.
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सात सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में मिली हार की भरपाई कर ली है. यूपी उपचुनाव में जीत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अब 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी संगठन और सरकार दोनों में फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है.
संभल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान गोली किसने चलाई यह अपने आप में बड़ा सवाल है. मस्जिद के सदर जफर अली ने जो दावा किया था कि भीड़ ने पथराव नहीं किया इस पर डीएम राजेंद्र पेंसिया का जवाब आया है. उन्होंने बताया है कि जफर अली को भीड़ ने दौड़ा लिया था और वह खुद भागते नजर आये थे.
उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हिंसक झड़प देखने को मिली. हालांकि यह हिंसा तब बढ़ गई जब कोर्ट के आदेश के बाद संभल शाही जामा मस्जिद में सर्वे के टीम गई हुई थी. सर्वे को देखते ही पहले ही भारी पुलिस बल को वहां पर भेज दी गई थी. वहीं इसके बावजूद मंदिर के बाहर सर्वे के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे थें. तभी उनमें से कुछ लोग अचानक उनपर पत्थरबाजी करना शुरु कर दिया.
संभल घटना को लेकर ज्ञानवापी मामले के मुस्लिम पक्षकार और अंजुमन इंतजामियां मस्जिद के संयुक्त सचिव मोहम्मद यासीन ने मीडिया से बात की. इस दौरान मोहम्मद यासीन ने कहा- 5 ट्रिलियन इकोनॉमी तक पहुंचने को बेताब भारत में ऐसी घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है. वकील हरिशंकर जैन और विष्णु शंकर जैन अलग-अलग जगहों पर हंगामा कर रहे हैं.
अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई। यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है। कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और प्रशासन सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंच गए।