मुस्लिम अफसर बीजेपी को जिताएगी यूपी उपचुनाव! इल्मा अफरोज को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में छिड़ी रार

लखनऊ। हिमाचल प्रदेश की लेडी आईपीएस अफसर इल्मा अफरोज यूपी उपचुनाव में मुद्दा बन गई है। कांग्रेस शासित हिमाचल में इल्मा के साथ जो हुआ, उसे लेकर बीजेपी-कांग्रेस भिड़ गई है। कुंदरकी में उपचुनाव है और इल्मा मुरादाबाद के कुंदरकी की रहने वाली हैं। वो अपने पैतृक आवास मुरादाबाद में रहने आ गई हैं। 5 […]

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मुस्लिम अफसर बीजेपी को जिताएगी यूपी उपचुनाव! इल्मा अफरोज को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में छिड़ी रार

Pooja Thakur

  • November 15, 2024 3:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 hours ago

लखनऊ। हिमाचल प्रदेश की लेडी आईपीएस अफसर इल्मा अफरोज यूपी उपचुनाव में मुद्दा बन गई है। कांग्रेस शासित हिमाचल में इल्मा के साथ जो हुआ, उसे लेकर बीजेपी-कांग्रेस भिड़ गई है। कुंदरकी में उपचुनाव है और इल्मा मुरादाबाद के कुंदरकी की रहने वाली हैं। वो अपने पैतृक आवास मुरादाबाद में रहने आ गई हैं। 5 दिन बाद वोटिंग है, इससे पहले राजनीतिक पार्टियों के लोगों ने उनके घर पहुंचना शुरू कर दिया है।

बीजेपी आई मैदान में

बीजेपी उम्मीदवार रामवीर सिंह खुलकर इल्मा अफरोज के समर्थन में उतर आ गए हैं। उन्होंने इल्मा को चुनावी मुद्दा बना लिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार ने लेडी अफसर का अपमान किया है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मुस्लिमों की भावनाओं से खेल रही है। आपको बता दें कि कुंदरकी मुस्लिम बहुल सीट है। इस पर जीतने के लिए रामवीर सिंह पूरी तरह से मुस्लिम मतदाताओं पर निर्भर करते हैं। अब उन्होंने इल्मा का मुस्लिम कार्ड खेला है। पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन भी इल्मा का समर्थन कर रहे हैं।

जानिए पूरा मामला

इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव चल रहा था। इसके बाद उनपर कई आरोप लगाए गए। बीते दिनों इल्मा ने विधायक की पत्नी कुलदीप कौर की गाड़ियों का चालान काटा, इससे कांग्रेस नेता नाराज हो गए। साथ ही एक स्क्रैप कारोबारी पर भी इल्मा शिकंजा कस रही थी, जो कांग्रेस विधायक का करीबी बताया जाता है। विधायक का करीबी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर बद्दी में गोलियां चलाई गई थीं। जांच में यह बात सामने आई कि राम किशन ने खुद ही ये गोलियां चलवाई है। उसे गन लाइसेंस चाहिए था लेकिन पिछले रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसके लिए मंजूरी नहीं दी। इल्मा अफरोज पर कांग्रेस की तरफ से दबाव बनाया गया लेकिन वो सत्ता के सामने झुकी नहीं।

नहीं झुकी इल्मा

इल्मा अफरोज बीते बुधवार को CM के साथ मीटिंग करने पहुंचीं थीं। बड़े नेताओं और अफसरों के सामने झुकने के बदले वो अपना मेडल और ख़िताब समेटकर यूपी आ गईं। कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाये थे कि इल्मा ने मुस्लिमों को थोक में लाइसेंस दिये थे लेकिन राइट टू इन्फॉर्मेशन में खुलासा हुआ है कि अपने 9 महीने के कार्यकाल के दौरान इल्मा अफरोज ने कुल 50 गन लाइसेंस दी। इसमें से 48 हिन्दू और 2 मुस्लिम को दिए गए। यहां भी कांग्रेस के झूठ की हवा निकल गई।

 

 

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