लखनऊ: UP Nikay Chunav 2023 : उत्तर प्रदेश में, निकाय चुनावों के लिए हर जगह उत्साह है। चुनावों में टिकटों के बंटवारे पर कहीं गम तो कहीं खुशी का माहौल है। बांदा में एक भाजपा कार्यकर्ता ने पंचायत का टिकट नहीं मिलने पर गुस्सा जताया और गुस्से में अपना सिर मुंडवा लिया। भाजपा कार्यकर्ता प्रीतम […]
लखनऊ: UP Nikay Chunav 2023 : उत्तर प्रदेश में, निकाय चुनावों के लिए हर जगह उत्साह है। चुनावों में टिकटों के बंटवारे पर कहीं गम तो कहीं खुशी का माहौल है। बांदा में एक भाजपा कार्यकर्ता ने पंचायत का टिकट नहीं मिलने पर गुस्सा जताया और गुस्से में अपना सिर मुंडवा लिया। भाजपा कार्यकर्ता प्रीतम गुप्ता का आरोप है कि पार्टी जिलाध्यक्ष ने 15 लाख रुपये लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष का टिकट बेच दिया। वह 17 सालों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। मगर उन्हें मौका नहीं मिला। ऐसे में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर उन्होंने अपना मुंडन करा लिया। उनका दावा है कि उनके पास टिकट बिक्री के सबूत हैं। इसका सबूत वे पार्टी में दिखाने की कोशिश करेंगे।
वहीं, मुरादाबाद के एक प्रत्याशी के नाम पर इस समय चर्चा चल रही है। वह अपनी हाइट के चलते सभी की नज़रों में छाया देता है। महज तीन फुट आठ इंच लंबे प्रवेश चावला ने 21वीं वार्ड आदर्श नगर पंजाबी कॉलोनी पार्षद के लिए नामांकन दाखिल किया था। वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। उनका कहना है कि वह उन लोगों की आवाज बनना चाहते हैं, जो देखकर भी नज़रअंदाज़ किए जाते हैं। प्रवेश ने कहा कि हौसले बुलंद हैं उसके, एक दिन मंजिल जरूर मिलेगी।
नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन के दौरान एक और अनोखी घटना सामने आई है। पिछले 30 वर्षों से रामपुर में कांग्रेस नेता रहे ममून शाह को जब पता चला कि टानगर पालिका की सीट सिर्फ महिला के लिए रिज़र्व है, तो उन्होंने तुरंत शादी कर ली। मामून ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी पर भरोसा जताया। इसके बाद उन्होंने 15 अप्रैल को शादी कर ली। थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी बेगम सना खानम के नाम का ऐलान कर डाला। अब वह खुद को नगर पालिका अध्यक्ष के रूप खड़ी हुई हैं। मामून का कहना है कि अब सिर्फ उनकी बेगम ही उनके अधूरे सपनों को पूरा कर सकती हैं।
गौरतलब है कि यूपी निकाय चुनाव 4 से 11 मई के बीच दो चरणों में होंगे। प्रत्येक चरण में राज्य की 9 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। वोटों की गिनती 13 मई को होगी। इस बार निकाय चुनाव में EVM का इस्तेमाल होगा। वहीं, कुछ जगहों पर मतपेटियों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बार मतदाताओं की तादाद बढ़ी है। 2017 के चुनाव की तुलना में इस बार 96 लाख से ज्यादा वोटर हैं।