कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी की तुलना एक ऐसी बात को लेकर कर दी कि विदेश मंत्रालय को दो हफ्ते बाद जवाब देना पड़ा है. प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और भारत-अमेरिका के संबधों के अनुरुप नहीं है.
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर चर्चे में हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को लेकर ऐसी बात कह दी है कि विदेश मंत्रालय को सामने आकर दो टूक कहना पड़ा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. साथ में यह ताकीद भी की है कि राहुल गांधी अमेरिका के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों को ध्यान में रखकर बोलें.
दरअसल कांग्रेस नेता ने अमरावती की एक सभा में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के भूलने की आदत की तुलना की थी. दोनों को भुलक्कड़ बता दिया था. इतना ही नहीं पीएम मोदी की आलोचना करते हुए उन्होंने बाइडेन का माखौल उड़ाया था कि कैसे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को व्लादिमीर पुतिन बता दिया था. वही काम आजकल मोदी जी कर रहे हैं. दो हफ्ते बाद विदेश मंत्रालय को इसका जवाब देने के लिए सामने आना पड़ा है.
#WATCH | Amravati, Maharashtra: Congress MP and Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, “My sister was telling me that she heard Modi ji’s speech. And in that speech, whatever we say, Modi ji is saying the same thing these days. I don’t know, maybe he has lost his memory. The former… pic.twitter.com/bsF0wQ0KpO
— ANI (@ANI) November 16, 2024
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने राहुल गांधी के चुनावी भाषण का जवाब देते हुए कहा कि आप अच्छी तरह जानते हैं कि भारत का अमेरिका के साथ एक खास पार्टनरशिप है. यह रिश्ता दोनों देशों की समझदारी, एकजुटता, आपसी सम्मान और प्रतिबद्धता से वर्षो की मेहनत से बना है. जो भी कहा गया उसे हम दुर्भाग्यपूर्ण मानते हैं और यह भारत-अमेरिका के मैत्रीपूर्ण संबंधों के अनुरुप नहीं है.
बात दो हफ्ते पुरानी है, राहुल गांधी अमरावती में 16 नवंबर को चुनावी रैली करने गये थे. वहां उन्होंने कहा था कि मेरी बहन मुझे बता रही थी कि उसने पीएम मोदी के भाषण को सुना. मोदी जी आजकल वही बोल रहे हैं जो हम कहते आये हैं. मुझे नहीं पता शायद उनकी यादाश्त कमजोर हो गई है. फिर वह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का हवाला देते हैं कि वह अक्सर भूल जाते हैं और उन्हें याद दिलाना पड़ता है.
फिर राहुल गांधी ने वो वाकया सुनाया जब बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को व्लादिमीर पुतिन बता दिया था. फिर पीछे से उन्हें बताया गया कि ये पुतिन नहीं जेलेंस्की है. विदेश मंत्रालय द्वारा दो हफ्ते बाद बोलना यह इंगित करता है कि अमेरिका ने राहुल गांधी के बयान पर नाराजगी जताई होगी.
Read Also-
महाराष्ट्र हारी कांग्रेस में होगा महा ऑपरेशन! ऊपर से लेकर नीचे तक हर शख्स पर लिया जाएगा एक्शन